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रिलेशनल मॉडल – लेंग्वेजेस और सिस्टम्स


           रिलेशनल डाटाबेस मैनेजमेण्ट सिस्टम(आरडीबीएमएस) एक सॉफ्टवेयर है जो कि रिलेशनल डाटाबेस को मैनेज करता है। रिलेशनल डाटाबेस, डाटाबेस का एक प्रकार है जो कि रिलेशनल मॉडल पर आधारित है। आरडीबीएमएस आर्किटेक्चर के दो मुख्य अंग हैं, कर्नल जो कि सोफ्टवेयर है और डाटा डिक्शनरी जो कि सिस्टम लेवल डाटा स्ट्रक्चर से बनी है जिसे कर्नल डाटाबेस को मैनेज करने के लिए उपयोग करता है।
आरडीबीएमएस की विशेषताऐं
1. रिलेशनल डाटा मैनेजमेण्ट मॉडल ने सभी पेरेन्ट-चाइल्ड रिलेशनशीप को मिटा दिया और इसके स्थान पर उसने डाटाबेस में सभी डाटा को डाटा वेल्यूस की साधारण रो-कॉलम सारणियों की तरह दर्शाया।
2.रिलेशन, डाटा वेल्यूस की रो-कॉलम सारणियों के समान है। सारणी की पंक्तियों को ट्यूपल्स कहा जाता है और कॉलम को एट्रीब्यूट्स कहा जाता है।
3.हर टेबल का अपना स्वतंत्र अस्तित्व होता है और इनमें कोई फिजिकल रिलेशनशिप नहीं होती है।
4.रिलेशनल मॉडल पर आधारित अधिकतर डाटा मैनेजमेण्ट सिस्टम्स में एसक्यूएल और क्यूबीई जैसी क्वैरी लैंग्वेजेस के लिए एक बिल्ट इन सपोर्ट होता है।
5.डाटा मैनेजमेण्ट रिलेशनल मॉडल, सैट थ्योरी पर आधारित है।
6.रिलेशनल मॉडल के साथ उपयोग में आने वाला यूजर इन्टरफेस नॉन-प्रोसिजरल है।
रिलेशनल डाटाबेस की संरचना
रिलेशनल मॉडल डाटाबेस को रिलेशन्स के संग्रह की तरह दर्शाता है। जब रिलेशन को टेबल की तरह देखा जाता है तो टेबल में प्रत्येक पंक्ति(row),संबंधित डाटा वेल्यूज के संग्रह को दर्शाती है। टेबल का नाम और कॉलम के नामों का प्रयोग हर पंक्ति के वेल्यूज के अर्थ को समझाने के लिए होता है। औपचारिक रिलेशन मॉडल शब्दों में, एक पंक्ति को ट्यूपल कहा जाता है, एक कॉलम को एट्रीब्यूट कहा जाता है और टेबल को रिलेशन कहा जाता है। एक कॉलम में आ सकने वाली वेल्यूस के प्रकार का वर्णन करने वाले डाटा टाईप को डोमेन कहा जाता है।

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