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कम्प्यूटर के विभिन्न हार्डवेयर

सीपीयू (CPU) : सी.पी.यू. का अर्थ है सैंट्रल प्रोसेसिंग युनिट यानि ऐसा भाग जिसमें कम्प्यूटर का प्रमुख काम होता है. हिन्दी में इसे केन्द्रीय विश्लेषक इकाई भी कहा जाता है.जैसा इसके नाम से ही स्पष्ट है, यह कम्प्यूटर का वह भाग है, जहां पर कम्प्यूटर प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करता है.इसे हम कम्प्यूटर का दिल भी कह सकते हैं. कभी कभी सीपीयू को सिर्फ प्रोसेसर या माइक्रोप्रोसेसर ही कहा जाता है.

माइक्रो प्रोसेसर: माइक्रोप्रोसेसर कम्प्यूटर का इलेक्ट्रोनिक भाग है जो हमारे निर्देश तथा प्रोग्राम का पालन करके कार्य सम्पन्न करता है.कम्प्यूटर की गति उसके प्रोसेसर की क्षमता पर ही निर्भर होती है.दुनिया में मुख्यत: दो बड़ी कंपनियां है जो माइक्रोप्रोसेसर का उत्पादन करती हैं. ये हैं इन्टैल (INTEL) और ए.एम. डी.(AMD) इनमें से इन्टैल कंपनी के प्रोसेसर ज्यादा इस्तेमाल किये जाते हैं.प्रत्येक कंपनी प्रोसेसर की तकनीक और उसकी क्षमता के अनुसार उन्हे अलग अलग कोड नाम देती हैं.जैसे इंटेल कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं पैन्टियम -1, पैन्टियम -2, पैन्टियम -3, पैन्टियम -4, सैलेरॉन,कोर टू डुयो आदि.उसी तरह ए.एम.डी. कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं के-5, के-6, ऐथेलॉन आदि. प्रोसेसर की क्षमता हर्टज में नापी जाती है.
प्रोसेसर कम्प्यूटर की मैमोरी में रखे हुए संदेशों को क्रमबद्ध तरीके से पढता है और फिर उनके अनुसार काम करता है. सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सी.पी.यू.) को पुनः तीन भागों में बांटा जा सकता है
1. कन्ट्रोल यूनिट
2. ए.एल.यू.
3. मैमोरी या स्मृति
कन्ट्रोल यूनिट
कन्ट्रोल यूनिट कम्प्यूटर की समस्त गतिविधियों को निर्देशित व नियंत्रित करता है. कन्ट्रोल यूनिट का कार्य कम्प्यूटर की इनपुट एवं आउटपुट युक्तियों को भी नियन्त्रण में रखना है. कन्ट्रोल यूनिट के मुख्य कार्य है –
1. सर्वप्रथम इनपुट युक्तियों की सहायता से सूचना/डेटा को कन्ट्रोलर तक लाना.
2. कन्ट्रोलर द्वारा सूचना/डेटा को मैमोरी/स्मृति में उचित स्थान प्रदान करना.
3. स्मृति से सूचना/डेटा को पुनः कन्ट्रोलर में लाना एवं इन्हें ए.एल.यू. में भेजना.
4. ए.एल.यू.से प्राप्त परिणामों को आउटपुट युक्तियों पर भेजना एवं स्मृति में उचित स्थान प्रदान करना.
ए.एल.यू.
ए.एल.यू यानि अर्थमेटिक एण्ड लॉजिकल यूनिट. यह कम्प्यूटर की वह इकाई जहां सभी प्रकार की गणनाएं की जा सकती है, जैसे जोड़ना,घटाना या गुणा-भाग करना. ए.एल.यू कंट्रोल युनिट के निर्देशों पर काम करती है.
मैमोरी/स्मृति
किसी भी निर्देश, सूचना अथवा परिणाम को संचित करके रखना ही स्मृति कहलाता है. कम्प्यूटर के सी.पी.यू. में होने वाली समस्त क्रियायें सर्वप्रथम स्मृति में जाती है. तकनीकी रूप में मेमोरी कम्प्यूटर का संग्रहदानी है. मेमोरी कम्प्यूटर का अत्यधिक महत्वपूर्ण भाग है जहां डाटा, सूचना और प्रोग्राम प्रक्रिया के दौरान स्थित रहते हैं और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपलब्ध होते हैं.मैमोरी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है.
1. रैम (RAM) : रैम यानि रैंडम एक्सैस मैमोरी.यह एक कार्यकारी मैमोरी है यानि यह तभी काम करती है जब आप कम्प्यूटर पर काम कर रहे होते हैं. कम्प्यूटर के बन्द करने पर रैम में संग्रहित सभी सूचनाऐं नष्ट हो जाती हैं. कम्प्यूटर के चालू रहने पर प्रोसेसर रैम में संग्रहित आंकड़ों और सूचनाओं के आधार पर काम करता है. इस मैमोरी पर संग्रहित सूचनाओं को प्रोसेसर पढ़ भी सकता है और उनको परिवर्तित भी कर सकता है.
2. रौम (ROM) : रौम यानि रीड ऑनली मैमोरी. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इस मैमोरी में संग्रहित सूचना को केवल पढ़ा जा सकता है उसे परिवर्तित नहीं किया जा सकता.कम्प्यूटर के बंद होने पर भी रौम में सूचनाऐं संग्रहित रहती हैं नष्ट नहीं होती.
मदरबोर्ड : यह एक तरह से कम्प्यूटर की बुनियाद है.कम्प्यूटर का प्रोसेसर, विभिन्न प्रकार के कार्ड जैसे डिस्प्ले कार्ड, साउंड कार्ड आदि मदरबोर्ड पर ही स्थापित किये जाते हैं.
पैरिफेरल्स : पैरिफैरल्स हार्डवेयर के वह इलेक्ट्रो-मैकनिकल भाग हैं जो सीपीयू में बाहर से जोड़े जाते हैं. ये सीपीयू को प्रोग्राम्ड निर्देश या आंकड़े उपलब्ध कराते हैं और सीपीयू द्वारा प्रोसेस्ड जानकारी को ग्रहण करते हैं. पैरिफैरल्स को भी अलग अलग श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है

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